बिलासपुर पुलिस का जन जागरूकता अभियान ‘‘चेतना’’: नशा और साइबर क्राइम पर अंकुश लगाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
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बिलासपुर छत्तीसगढ़
By Pradeep Mishra 7647981711
बिलासपुर। जिले में पुलिस द्वारा संचालित जन जागरूकता अभियान ‘‘चेतना’’ का आयोजन थाना सरकंडा के अंतर्गत ड्रीमलैण्ड स्कूल, बंधवापारा में किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य नशा और साइबर क्राइम पर नियंत्रण पाना और नागरिकों को इसके बारे में जागरूक करना था। कार्यक्रम का सफल आयोजन पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह की मुख्य आतिथ्य में किया गया, जिसमें ड्रीमलैण्ड स्कूल की प्राचार्या श्रीमती निवेदिता सरकार की अगुवाई रही।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल की प्राचार्या श्रीमती निवेदिता सरकार और वाइस प्रिंसिपल श्रीमती तपोषी सरकार ने पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा का पुष्पगुच्छ और ग्रीन बुके से स्वागत किया।
इसके बाद कार्यक्रम की शुरुआत एक शानदार देशभक्ति गीत से हुई, जिसे स्कूली बच्चों ने मनोहर तरीके से प्रस्तुत किया। इसके पश्चात एक कविता पाठ हुआ, जिसमें बच्चों ने ‘‘साइबर क्राइम को कहें बाय-बाय’’ के माध्यम से साइबर ठगी के खिलाफ जागरूकता फैलाने का प्रयास किया।
मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह ने कार्यक्रम के उद्देश्य पर विस्तार से चर्चा करते हुए उपस्थित बच्चों, शिक्षकों और नागरिकों को साइबर ठगी से बचने के उपायों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने नशे के कारण होने वाले शारीरिक, आर्थिक और सामाजिक नुकसान पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि किस प्रकार नशे की लत व्यक्ति और समाज को न केवल मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाती है, बल्कि इससे अपराध और असामाजिक गतिविधियां भी बढ़ती हैं।
कार्यक्रम में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा ने साइबर अपराध और महिलाओं और बच्चों के खिलाफ हो रहे अपराधों पर जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यदि कोई साइबर ठगी का शिकार होता है, तो उसे तुरंत अपने परिजनों के साथ नजदीकी पुलिस थाने में सूचना देनी चाहिए। इसके अलावा उन्होंने विधि से संघर्षरत् बच्चों के लिए नशे और अपराध से दूर रहने की सलाह दी और कार्यक्रम की महत्ता को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के अंत में स्कूल प्रबंधन और पुलिस विभाग के संयुक्त प्रयास से नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसमें बच्चों ने नशे और साइबर अपराध से बचने की शिक्षा दी। यह कार्यक्रम न केवल छात्रों के लिए, बल्कि समुदाय के सभी वर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण जागरूकता सत्र साबित हुआ।
इस आयोजन में थाना प्रभारी निरीक्षक निलेश पाण्डेय, यातायात पुलिस से सेवानिवृत्त उमाशंकर जी, और यूथ फॉर नेशनल फेडरेशन की संस्थापिका के अलावा शिक्षक-शिक्षिकाएं, विद्यार्थी, गणमान्य नागरिक और आस-पास के लोग उपस्थित थे। इस तरह के आयोजनों से न केवल बच्चों में जागरूकता आती है, बल्कि समाज के अन्य वर्गों को भी इन समस्याओं से बचने की प्रेरणा मिलती है।
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