दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण की दिशा में ऐतिहासिक पहल: उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने 40 दिव्यांगजनों को सौंपी स्कूटी
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कवर्धा छत्तीसगढ़
By ACGN 7647981711
कवर्धा। छत्तीसगढ़ सरकार ने दिव्यांगजनों को सशक्त बनाने की दिशा में एक और कदम बढ़ाते हुए शनिवार को 40 दिव्यांगजनों को स्कूटी वितरित की। उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने इस मौके पर कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह कार्यक्रम जिले के कवर्धा में आयोजित किया गया, जहां स्कूटी वितरण का उद्देश्य दिव्यांगजनों को आत्मनिर्भर बनाना और उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना था।
दिव्यांगजनों के चेहरे पर खुशी की लहर
स्कूटी पाकर दिव्यांग हितग्राहियों के चेहरे पर खुशी की झलक दिखी। हितग्राही छोटी मेहरा ने कहा, “यह स्कूटी मेरे लिए नई उम्मीद है। अब मैं अपने खेल प्रशिक्षण और अन्य कार्यों को सहजता से पूरा कर पाऊंगी।” इसी तरह अन्य हितग्राहियों ने भी सरकार की इस पहल की सराहना की।
सीएसआर फंड से हुआ आयोजन
कार्यक्रम का आयोजन सीएसआर (कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉन्सिबिलिटी) फंड से किया गया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय की सरकार दिव्यांगजनों के उत्थान के लिए विभिन्न योजनाओं पर काम कर रही है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह पहल सिर्फ भौतिक मदद तक सीमित नहीं है, बल्कि यह दिव्यांगजनों के आत्मविश्वास को भी बढ़ाती है।
अब तक 73 दिव्यांगजनों को मिली स्कूटी
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि इस योजना के तहत अब तक 73 दिव्यांगजनों को स्कूटी प्रदान की जा चुकी है। इससे पहले 33 दिव्यांगजनों को इसी तरह की सहायता दी गई थी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि सरकार समाज के हर वर्ग को समान अवसर प्रदान करने और उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए निरंतर प्रयास करती रहेगी।
कार्यक्रम में पूर्व संसदीय सचिव डॉ. सियाराम साहू, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष संतोष पटेल, नगर पालिका अध्यक्ष मनहरण कौशिक, जनपद उपाध्यक्ष डॉ. बीरेन्द्र साहू और अन्य जनप्रतिनिधि तथा पत्रकार मौजूद थे।
हितग्राहियों को मिला सम्मान
उपमुख्यमंत्री ने पत्रकारों के माध्यम से दिव्यांगजनों को स्कूटी की चाबियां सौंपी, जिससे कार्यक्रम में समावेशिता का संदेश दिया गया। स्कूटी वितरण से न केवल दिव्यांगजनों की भौतिक कठिनाइयां कम होंगी, बल्कि यह उनके आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ते कदमों को भी प्रोत्साहित करेगा।
इस पहल ने न केवल 40 दिव्यांगजनों की जिंदगी को नया मोड़ दिया, बल्कि समाज में समानता और समावेशिता का संदेश भी दिया है। यह पहल निश्चित रूप से समाज के हर वर्ग को साथ लेकर चलने की दिशा में राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
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