नशे के अंधेरे में उम्मीद का दिया जलाते, चेतना का परचम लहराते, नशे के धुएं को मिटाने निकला चेतना का कारवां
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बिलासपुर छत्तीसगढ़
By ACGN 7647981711
बिलासपुर पुलिस अधीक्षक रजनेश सिंह (आईपीएस) की प्रेरणा से चलाए जा रहे “चेतना अभियान” ने समाज में जागरूकता की नई लहर पैदा की है। अभियान के चौथे चरण “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” के तहत आज धुरी पारा स्थित स्वामी आत्मानंद शासकीय स्कूल, सिविल लाइन में एक भव्य जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम नशे के खतरों, साइबर अपराध और महिला सुरक्षा जैसे गंभीर विषयों पर छात्रों और समाज को जागरूक करने के उद्देश्य से आयोजित किया गया।
बिलासपुर पुलिस द्वारा चलाए जा रहे “चेतना अभियान” के चौथे चरण “एक युद्ध नशे के विरुद्ध” के अंतर्गत इस कार्यक्रम में नशे के दुष्परिणाम, साइबर अपराध और महिला अपराध से संबंधित विषयों पर चर्चा की गई। लगभग 500 छात्र-छात्राओं ने इस कार्यक्रम में भाग लिया और इस अभियान से लाभान्वित हुए।
कार्यक्रम की मुख्य अतिथि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा ने नशे के दुष्प्रभावों और इसके कारण होने वाले सामाजिक अपराधों पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को न केवल नशे से दूर रहने का आह्वान किया, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रेरित भी किया।
श्री रजनेश सिंह जी की दूरदर्शिता और पहल पर इस अभियान का उद्देश्य समाज के हर वर्ग, विशेषकर युवाओं को नशे के खतरों के प्रति जागरूक करना और उन्हें सही दिशा में मार्गदर्शित करना है। उनके नेतृत्व में यह अभियान एक आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें हर वर्ग की सक्रिय भागीदारी है।
कार्यक्रम में छात्रों ने भी अपनी अद्भुत प्रतिभा से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नशे के दुष्परिणामों को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया। कविता पाठ ने मन को छू लिया और नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश दिया। रंगोली और पेंटिंग के जरिए विद्यार्थियों ने नशे से मुक्त समाज का सपना साकार करने का संदेश दिया।
इस अवसर पर यूथ फॉर नेशन की संस्थापिका प्रतिज्ञा सिंह, सिविल लाइन थाना के सब-इंस्पेक्टर विष्णु यादव, स्कूल प्राचार्य श्री देबनाथ मुखर्जी और शिक्षकगण उपस्थित रहे। सभी ने बच्चों की रचनात्मकता और चेतना अभियान के उद्देश्यों की सराहना की।
बिलासपुर पुलिस ने प्रतिभागी छात्रों को प्रोत्साहन स्वरूप पुरस्कार प्रदान किए और स्कूल को तबला और खेल सामग्री भेंट की। यह केवल जागरूकता का संदेश नहीं, बल्कि युवाओं के सर्वांगीण विकास की दिशा में एक ठोस कदम भी था।
श्री रजनेश सिंह जी का कहना है कि,
“नशा मिटाने का इरादा हमारा है,
हर घर से उजाला लाना हमारा वादा है।
युवाओं को हम राह दिखाएंगे,
चेतना का अलख जगाएंगे।”
“चेतना अभियान” की यह पहल नशे की काली छाया को हटाने और एक स्वस्थ, सुरक्षित और जागरूक समाज बनाने की दिशा में एक अनूठा प्रयास है।
चेतना अभियान” का यह प्रयास न केवल नशे के खिलाफ एक मजबूत संदेश है, बल्कि बच्चों और युवाओं को इस सामाजिक बुराई से दूर रखने और एक स्वस्थ समाज बनाने की दिशा में ठोस कदम भी है। यह अभियान दिखाता है कि जागरूकता और सामूहिक प्रयास के माध्यम से नशे के अंधेरे को उजाले में बदला जा सकता है।
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