ठगी के खेल का अंत: बिलासपुर साइबर पुलिस ने धरा अंतरराज्यीय साइबर ठगों का गिरोह
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बिलासपुर छत्तीसगढ़
By ACGN 7647981711
बिलासपुर, 13 दिसंबर 2024। तकनीकी अपराधों पर लगाम कसते हुए, बिलासपुर रेंज साइबर थाना और एसीसीयू टीम ने अंतरराज्यीय साइबर अपराधियों के गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस जालसाजी में फंसे मुख्य सरगना सहित तीन शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। यह कार्रवाई बिलासपुर पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला (भा.पु.से.) के निर्देशन और पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह (भा.पु.से.) के मार्गदर्शन में “साइबर प्रहार” अभियान के तहत की गई।
ठगी का तरीका: फर्जी कॉल सेंटर और फर्जी दस्तावेजों का जाल
गिरोह ने लेप्स रिलायंस इंश्योरेंस पॉलिसी के नाम पर लोगों को झांसे में लिया और 48,42,075 रुपये की ठगी की। यह गिरोह कॉल सेंटर के जरिए लोगों को फर्जी निवेश योजनाओं और बीमा पॉलिसी से संबंधित धनराशि वापसी का लालच देता था। ठगों ने फर्जी सिम कार्ड, बैंक खाते और एटीएम का इस्तेमाल कर अपनी योजनाओं को अंजाम दिया।
गिरफ्तार आरोपी
1. कुलदीप सिंह (42 वर्ष) – निवासी नोएडा, उत्तर प्रदेश।
2. नितेश कुमार (34 वर्ष) – निवासी गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश।
3. शैलेष मिश्रा (36 वर्ष) – निवासी संगम विहार, दिल्ली।
संपत्ति जप्त और सबूत बरामद
पुलिस ने आरोपियों के पास से फर्जी दस्तावेज, एटीएम कार्ड, पासबुक, मोबाइल फोन, और ठगी के हिसाब-किताब की डायरी बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों की ठगी से अर्जित संपत्ति को जब्त करने और आगे की जांच के लिए कदम उठाए हैं।
ठगी का यह मामला 2022-2024 के दौरान हुआ। पीड़ित सुभाष चंद्र गुरू ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उन्हें बार-बार कॉल कर झूठे वादे किए गए। जांच के दौरान, बैंक खातों की जानकारी, सायबर क्राइम पोर्टल से रिपोर्ट और तकनीकी डिटेल्स जुटाई गईं। इसके आधार पर पुलिस की विशेष टीम ने दिल्ली और उत्तर प्रदेश के विभिन्न शहरों में पांच दिनों तक कड़ी ठंड के बीच आरोपियों का पता लगाया और उन्हें गिरफ्तार किया।
पुलिस की अपील: सावधान रहें, सतर्क रहें
बिलासपुर पुलिस ने जनता से अपील की है कि वे साइबर ठगों के झांसे में न आएं और किसी भी अज्ञात कॉल, व्हाट्सएप ग्रुप या लिंक पर अपनी निजी जानकारी साझा न करें।
किसी भी अज्ञात व्यक्ति को बैंकिंग या व्यक्तिगत विवरण न दें।
सोशल मीडिया पर सावधानी बरतें और अनजान लोगों से संपर्क करने से बचें।
ठगी के शिकार होने पर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर तुरंत शिकायत दर्ज करें।
“सतर्कता से ही सुरक्षा संभव है। तकनीकी अपराधों पर पुलिस की सक्रियता और जनता की सजगता मिलकर ठगों के मंसूबों को नाकाम कर सकती है।”
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