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बदलते भारत में सशक्त होते भारतीय: पीएमएवाई-जी योजना से नागालैंड में ऐतिहासिक परिवर्तन

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दिल्ली


By Pradeep Mishra 7647981711


भारत में विकास की परिभाषा अब सिर्फ शहरों तक सीमित नहीं है। प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण (पीएमएवाई-जी) के तहत नागालैंड में हो रहे परिवर्तन इसका उदाहरण है। जहां एक समय लाखों ग्रामीणों के लिए आवास का संकट था, अब उन्हें पक्के और सुरक्षित घर मिल रहे हैं, जो न केवल shelter प्रदान करते हैं, बल्कि उनकी गरिमा, सुरक्षा और आत्मनिर्भरता को भी बढ़ावा देते हैं।

नागालैंड के दूरदराज के इलाकों में, जहां विकास में कई भौगोलिक और लॉजिस्टिक चुनौतियां थीं, पीएमएवाई-जी योजना ने 48,826 घरों की स्वीकृति दी, जिनमें से 19,300 से अधिक घर पूरी हो चुके हैं। इन घरों की संरचना न केवल मजबूती का प्रतीक है, बल्कि इनका डिज़ाइन क्षेत्रीय वास्तुकला और परंपराओं के साथ भी सामंजस्यपूर्ण तरीके से जुड़ा हुआ है। बांस और हल्के कंक्रीट जैसे स्थानीय संसाधनों का इस्तेमाल कर इन घरों को स्थानीय अर्थव्यवस्थाओं को सशक्त बनाने के साथ-साथ लागत में भी कमी आई है।

यह योजना न केवल आवास प्रदान करती है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक विकास का मार्ग भी खोलती है। घरों के निर्माण में स्थानीय समुदायों को शामिल कर, यह योजना ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। अब, नागालैंड के लोग अपनी आत्मनिर्भरता और पारंपरिक मूल्यों को समाहित कर आधुनिकता की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।

इस बदलाव से जुड़े हर पहलू में समावेशिता और स्थिरता का ध्यान रखा गया है, जिससे यह सुनिश्चित हो कि कोई भी व्यक्ति इस बदलाव से वंचित न रहे। पीएमएवाई-जी योजना भारत के विकास मॉडल को पुनर्परिभाषित कर रही है, जो समावेशी है और हर भारतीय को सशक्त बनाने की दिशा में कदम बढ़ा रही है।

 

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