नमस्कार 🙏 हमारे न्यूज पोर्टल - मे आपका स्वागत हैं ,यहाँ आपको हमेशा ताजा खबरों से रूबरू कराया जाएगा , खबर ओर विज्ञापन के लिए संपर्क करे +91 7647981711 ,हमारे यूट्यूब चैनल को सबस्क्राइब करें, साथ मे हमारे फेसबुक को लाइक जरूर करें , “बांग्लादेश को अपने ढंग से समझाएंगे”: जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य की चेतावनी – Anjor Chhattisgarh News

Anjor Chhattisgarh News

सच की तह तक

“बांग्लादेश को अपने ढंग से समझाएंगे”: जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य की चेतावनी

😊 कृपया इस न्यूज को शेयर करें😊

देश विदेश


By Pradeep Mishra 7647981711


बांग्लादेश में हिंदुओं पर बढ़ते अत्याचार और इस्कॉन से जुड़े धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी ने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा दिया है। इन घटनाओं पर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी देते हुए कहा, “हम बांग्लादेश को समझाने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन यदि वे नहीं समझे तो हम अपने ढंग से उन्हें समझाएंगे।”

चिन्मय दास की गिरफ्तारी और बांग्लादेश में हालात

चिन्मय कृष्ण दास, जो इस्कॉन के सक्रिय सदस्य और हिंदू धर्मगुरु हैं, की गिरफ्तारी ने भारत और बांग्लादेश के बीच कूटनीतिक संबंधों को झकझोर दिया है। बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले और धार्मिक स्थलों को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इसने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी ध्यान आकर्षित किया है।

जगद्गुरु रामभद्राचार्य की कड़ी चेतावनी

जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य ने न केवल चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की, बल्कि बांग्लादेश सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे कृत्य अस्वीकार्य हैं। उन्होंने कहा, “धर्म और मानवता के विरुद्ध किए जा रहे अत्याचारों को लंबे समय तक सहन नहीं किया जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि भारत इस मामले में उचित कदम उठाएगा।

अमेरिकी अभिनेत्री मैरी मिलबेन की तीखी प्रतिक्रिया

बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार पर अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने भी कड़ी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया मंच एक्स पर अपनी चिंता व्यक्त करते हुए कहा, “बांग्लादेश में हिंदुओं और अन्य अल्पसंख्यकों के खिलाफ जारी अत्याचार को अब विश्व नेताओं को गंभीरता से संबोधित करना चाहिए।” उन्होंने विश्व समुदाय से इस मुद्दे पर हस्तक्षेप करने की अपील की है।

भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की जिम्मेदारी

बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और धार्मिक असहिष्णुता के मामलों ने भारत और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने एक गंभीर चुनौती खड़ी कर दी है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि भारत सरकार, वैश्विक नेता और मानवाधिकार संगठन इस पर कैसे प्रतिक्रिया देते हैं।

इस बीच, धर्मगुरु चिन्मय कृष्ण दास की रिहाई और हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करना एक प्रमुख मुद्दा बन गया है। जगद्गुरु रामभद्राचार्य और अन्य धर्मगुरुओं की चेतावनियों के बाद यह मामला और गंभीर हो गया है।

 

Whatsapp बटन दबा कर इस न्यूज को शेयर जरूर करें 

Advertising Space


स्वतंत्र और सच्ची पत्रकारिता के लिए ज़रूरी है कि वो कॉरपोरेट और राजनैतिक नियंत्रण से मुक्त हो। ऐसा तभी संभव है जब जनता आगे आए और सहयोग करे.

Donate Now

preload imagepreload image
21:43