मुंगेली जिले में धूमधाम से मनाया गया अक्षय तृतीया का पर्व, हुआ पुतरी-पुतरा का विवाह
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मुंगेली छत्तीसगढ़
By Pradeep Mishra 7647981711
मुंगेली // जिले सहित ग्रामीण क्षेत्रों में शुक्रवार को अक्षय तृतिया का महापर्व धूमधाम से मनाया गया। इससे पूर्व बाजार में पर्व को लेकर विगत कई दिनों से रौनक नजर आई थी। मिट्टी के पारंपरिक गुड्डे- गुड़ियों से सजे बाजार में ग्राहकों की भीड़ आज भी देखी गई। घरों में बच्चों ने मडवा सजाकर गुड्डे गुड़ियों का विवाह रचाया गया।जिस तरह की रौनक शादी में होती है, वही अंदाज व स्वरूप आज घरों में दिखाई दिया।
छोटे बच्चों में इसे लेकर भारी उत्साह नजर आया। मडवा, तिलक, माउर सौपना ,टीकावन सभी चीजे परंपरा अनुसार संपन्न हुआ। सोशल मीडिया के जमाने के बाद भी पर्व को लेकर बच्चों में रौनकता देखी गई। बच्चों ने गुड्डे गुड़ियों को थाल में लेकर सभी से टिकावन लेने पहुंचे। इसके उपरांत बाजा और डीजे की धुन पर पारंपरिक बिहाव गीतों में बच्चे झूमते नजर आए।
विदित है कि प्रतिवर्ष अक्षय तृतीया वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। इस तिथि की अधिष्ठात्री देवी माता पार्वती हैं। अक्षय का अर्थ है कभी क्षय न होना अर्थात इस तिथि के दिन पूजा-पाठ, दान, स्नान और शुभ कार्य करने से उनका फल अक्षय ही रहता है। मान्यता है कि अक्षय तृतीया के दिन ही युधिष्ठिर को भगवान श्रीकृष्ण ने अक्षय पात्र दिया था, जिसमें कभी भी भोजन समाप्त नहीं होता था।
इस तरह मुंगेली में घर घर अक्ति पर पुतरी-पुतरा की धूम नजर आई। बच्चों में विशेष उत्साह रहा।
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