हिंदुस्तान की शान में लग गया चार चांद, सफल हुआ हमारा मिशन 3 चंद्रयान
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By Pradeep Mishra 7647981711
चंद्रयान 3 की सफलता के कुछ पल
चंद्रयान-3 मिशन के जरिए भारत ने आज इतिहास रच दिया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (I S R O) के चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल सफलता पूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतर गया. लैंडर विक्रम और रोवर प्रज्ञान से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम 6:04 पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की और इतिहास रच दिया.
इस सफलता के साथ भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया. इसके साथ ही भारत अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ के बाद चंद्रमा की सतह पर ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया. चंद्रमा की सतह पर अमेरिका, पूर्व सोवियत संघ और चीन ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ कर चुके हैं, हालांकि इनमें से कोई भी देश ऐसा नहीं है जिसकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र में हुई है. चंद्रयान-3 के लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग में 15 से 17 मिनट लगे. चंद्रयान 3 को 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2.30 बजे लॉन्च किया गया था
आज शाम 6:04 पर चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग के पश्चात चांद पर लहराया तिरंगा, हिंदुस्तान ने दिखाया दम, साउथ पोल पर उतरने वाला बना पहला देश बना हिंदुस्तान चंद्रयान 3 की सफलता पर बोले PM नरेंद्र मोदी
“चंदामामा अब दूर के नहीं, टूर के हैं…” :
इस ऐतिहासिक क्षण में पाकिस्तान के पूर्व मंत्री ने चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले भारत को दी बधाई
चंद्रयान के लैंडर का नाम ‘विक्रम’ और रोवर का ‘प्रज्ञान’ क्यों रखा गया?
बता दे कि चंद्रयान-3 के लैंडर का नाम डॉ. विक्रम साराभाई के नाम पर रखा गया है. विक्रम साराभाई को भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का जनक कहा जाता है. ‘विक्रम’ शब्द का अर्थ साहस और वीरता से जुड़ा है. चंद्रयान-3 के लैंडर और रोवर की मिशन लाइफ एक चंद्र दिवस की है. यह लैंड करने के लिए चंद्रयान-2 के सी-2 ऑर्बिटर की तस्वीरों का इस्तेमाल करने वाला है. लैंडर के लेग्स को चंद्रयान-2 से ज्यादा मजबूत किया गया है.
वही रोवर की बात करें तो चंद्रयान-3 के रोवर का नाम प्रज्ञान रखा गया है, जिसका मतलब है- ‘बुद्धिमता’ रोवर को यह नाम इसलिए दिया गया है, क्योंकि वैज्ञानिकों का मानना है कि रोवर को अपनी बुद्धि का इस्तेमाल करके चांद की सतह पर कई चीजों की जानकारी इकट्ठा करनी है.
बता दें कि चंद्रयान-2 मिशन के फेल होने के बाद लैंडर विक्रम खो गया था. जबकि रोवर अभी भी काम कर रहा है. इसलिए चंद्रयान-3 मिशन के लिए इसरो ने रोवर नहीं बनाया और चंद्रयान-2 के रोवर का ही इस्तेमाल किया जाएगा. लैंडर ‘विक्रम’ का रोवर ‘प्रज्ञान’ से कम्युनिकेशन भी करा दिया गया है.
क्या कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चंद्रयान की सफल लैंडिंग पर
भारत के महत्वाकांक्षी मिशन चंद्रयान 3 का लैंडर विक्रम सफलतापूर्वक चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा, और दक्षिण अफ्रीका में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वर्चुअली उस लैंडिंग को देखते हुए कहा, “यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है, और यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है.
यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का : पीएम मोदी
पीएम मोदी ने चंद्रयान -3 मिशन की सफलता पर कहा कि, ये क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है. यह क्षण नए भारत के जयघोष क है. यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है. यह क्षण जीत के चंद्रपथ पर चलने का है. यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है. यह क्षण भारत में नई ऊर्जा के विश्वास का है. यह क्षण भारत के उदीयमान भाग्य के आह्वान का है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले हमारी माताएं बहने गाकर बच्चों को सुनाती थी कि चंदा मामा दूर के पर अब चंदा मामा दूर के नहीं बस एक टूर के हैं
दिल्ली कांग्रेस कार्यालय में मनाया गया जश्न
चंद्रयान की सफल लैंडिंग पर दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय के बाहर पटाखे फोड़कर और डांस कार्यकर्ताओं ने मनाया जश्न
गृह मंत्री अमित शाह, यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, सहित तमाम राजनेताओं ने इसरो की वैज्ञानिक टीम को बधाई दी एवं देशवासियों को चंद्रयान-3 के सफल मिशन की बधाइयां प्रेषित की
चंद्रयान-3 के इस सफल लैंडिंग को पूरा विश्व तक टकटकी लगाए देख रहा था और सफल लैंडिंग के उपरांत पूरे देश में खुशी और जश्न का माहौल बन गया, चंद्रयान के चांद पर सफलतापूर्वक उतरने पर लोगों ने एक दूसरे को मिठाईयां बताकर एवं पटाखे फोड़ कर जश्न मनाया और लंबे इंतजार के बाद आखिरकार वो ऐतिहासिक पल आ ही गया जब भारत ने चंद्रमा पर अपने कदम रख दिए हैं. इसके साथ ही पूरे देश में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा है. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के चंद्रमा के साउथ पोल पर चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग पर पूरे देश में खुशी का माहौल है. इसरो की ऐतिहासिक सफलता के बाद सभी लोग देश के वैज्ञानिकों को बधाई दे रहे हैं.
चंद्रयान-3 के मिशन टीम के हिस्सा जालौन से अतुल नागोतीया और अंकुर त्रिगुनायत मिर्जापुर से आलोक पांडे चंद्रयान की लैंडिंग और कंट्रोलिंग की जिम्मेदारी इन्हीं के पास थी, फतेहपुर से सुमित कुमार चंद्रयान में लगे कैमरे को के वैज्ञानिक हैं, उन्नाव से आशीष मिश्रा चंद्रयान 3 के लांचिंग से लेकर लैंडर प्रोपल्शन सिस्टम के वैज्ञानिक, कमलेश शर्मा गाज़ीपुर के रेवतीपुर के रहने वाले चंद्रयान मिशन 3 के टेक्निकल टीम के हिस्सा है, रॉकेट वूमेन के नाम से मशहूर लखनऊ की बेटी डॉक्टर ऋतु कृद्धाल मुजफ्फर पर नगर की बेटी सिद्धि सहित इसरो के वैज्ञानिकों को इस सफलता पर बहुत-बहुत बधाइयां एवं हार्दिक शुभकामनाएं
अंजोर छत्तीसगढ़ न्यूज़ टीम की ओर से समस्त देशवासियों को एवं इसरो के वैज्ञानिकों को इस चंद्रयान-3 के इस सफलता पर बहुत-बहुत बधाइयां एवं शुभकामनाएं
चांद पर पहुंचकर इसरो ने बढ़ाया मान
अंतरिक्ष में चंद्रयान और बुलंदी पर है हिंदुस्तान।
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